मोरल स्टोरीज इन हिंदी (Moral Stories in Hindi) में आपका स्वागत है। दोस्तों, आज जो कहानी सुनाने जा रहा हूं उसका नाम है Truthful Woodcutter Story | ईमानदार लकड़हारा। यह एक ईमानदार लकड़हारा का कहानी है….आशा करता हूं कि आपको बेहद पसंद आयेगा। तो चलिए शुरू करते है आजका कहानी Truthful Woodcutter Story | ईमानदार लकड़हारा ।
Truthful Woodcutter Story | ईमानदार लकड़हारा | Hindi Fairy Tales
बहुत समय पहले, एक छोटे से गाँव में एक लकड़हारा रहता था। वह एक ईमानदार आदमी था। हर दिन, वह पेड़ों को काटने के लिए पास के जंगल में चला गया। उसने लकड़ियों को काटा और व्यापारी को लकड़ियाँ बेचकर अपना धन कमाया।
एक दिन, हमेशा की तरह, वह एक नदी के पास एक पेड़ को काटते हुए जंगल में चला गया, उसकी कुल्हाड़ी उसके हाथ से फिसल कर नदी में गिर गई।
अरे नहीं! माई एक्स! अब मैं क्या करने जा रहा हूं? बेचारा लकड़हारा पास के पत्थर पर बैठ गया और बहुत दुखी होकर रोने लगा।
क्या हुआ युवक? रो क्यों रही हो? मैंने अपनी एकमात्र कुल्हाड़ी खो दी। यह नदी पर है।
मैं एक लकड़हारा हूँ। अब मैं पेड़ों को कैसे काटूंगा? ओह, चिंता मत करो।
मैं इसे आपके लिए प्राप्त करूंगा। परी ने नदी से एक स्वर्ण कुल्हाड़ी निकाली और उससे पूछा “क्या यह तुम्हारी कुल्हाड़ी है?”
नहीं, इस बार नहीं, परी ने नदी से लकड़बग्घे लोहे की कुल्हाड़ी निकाली और उससे पूछा कि यह तुम्हारी खोई हुई कुल्हाड़ी है? हाँ, यह मेरी कुल्हाड़ी है।
बहुत बहुत धन्यवाद। मैं आपका सदैव आभारी रहूंगा। वह ठीक है। आपकी ईमानदारी ने मुझे प्रभावित किया है। मैं तुम्हें पुरस्कृत करना चाहता हूँ।
अब ये तीनों कुल्हाड़ी तुम्हारे पास हैं। क्या सच में? आपका बहुत बहुत धन्यवाद। लकड़हारा तीनों कुल्हाड़ियों को लेकर अपने घर चला गया।
तो दोस्तों, इस कहानी का नैतिक है “हमेशा ईमानदार रहो। ईमानदारी को हमेशा पुरस्कृत किया जाता है ।”
तो दोस्तों “Truthful Woodcutter Story | ईमानदार लकड़हारा” Hindi Moral Story आपको कैसा लगा? निचे कमेन्ट बॉक्स में आपके बिचार जरूर लिखके हमें बताये।