आज जो कहानी सुनाने जा रहा हूं उसका नाम है Hathi Ki Mitrata Hindi Story For Children With Moral। यह एक Hindi Moral Story का कहानी है….आशा करता हूं कि आपको बेहद पसंद आयेगा। तो चलिए शुरू करते है आजका कहानी Hathi Ki Mitrata ।
Hathi Ki Mitrata Hindi Story For Children With Moral
हाथी की मित्रता बहुत पुरानी बात है एक जंगल में एक हाथी किसी मित्र की तलाश में इधर-उधर घूम रहा था उसे पेड़ पर एक बंदर दिखाई दिया | हाथी बोला बंदर भाई , क्या तुम मेरे मित्र बनोगे ?
बंदर बोला आप तो बहुत बड़े हैं आप मेरी तरह एक पेड़ पर झूल भी नहीं सकते तो फिर आपकी मेरी दोस्ती कैसी अगले दिन उसकी मुलाकात एक खरगोश से हुई क्यूँ , खरगोश जी क्या तुम मेरे मित्र बनना पसंद करोगे ?
आप तो बहुत बड़े हैं आप मेरे बाड़े में घुस भी नहीं सकेंगे मेरी आपकी दोस्ती मुमकिन नहीं हाथी अब मेंढक के पास पहुंचा मेरा कोई मित्र नहीं है मेंढक मित्र , तुम अगर मुझे अपना दोस्त बना लो तो तुम्हारी बड़ी कृपा होगी अरे वाह , मान न मान मैं तेरा मेहमान तुम इतने बड़े और मैं इतना छोटा कुछ तो सोचो |
यह बेमेल की दोस्ती नहीं हो सकती ? फिर तुम मेरी तरह फुदक भी तो नहीं सकते जाओ भाई , कहीं और अपनी दाल गलाओ अचानक हाथी को एक लोमड़ी दिखाई दी उसने उसे रोका और पूछा लोमड़ी सुनो क्या तुम मुझे अपना मित्र बनाना पसंद करोगी ?
देखो , ना मत कहना मैं बड़ी उम्मीद से तुम्हारे पास आया हूँ बोलो | बनोगी न तुम मेरी मित्र | न बाबा न, अपना साईज़ तो देखो गलती से मैं तुम्हारे पाँव के नीचे आ गई तो मेरी तो चटनी बन जाएगी न बाबा न, कोई और घर देखो कमाल है कोई मुझे अपना मित्र ही नहीं बनाना चाहता अगले दिन हाथी ने देखा कि जंगल के सभी जानवर बहुत तेज़ी से भाग रहे थे |
उसने लोमड़ी से पूछा क्या हुआ ? क्यों ऐसे भाग रहे हो ? हाथी दादा , पीछे शेर है और वह हम सबको मारकर खा जाना चाहता है तभी सभी जानवर अपनी अपनी जान बचा कर कहीं छुप जाना चाहते हैं शेर तो जानवरों के पीछे हाथ धोकर पड़ा था हाथी ने शेर से कहा श्रीमान क्यों व्यर्थ में इन सबकी जान के पीछे पड़े हो | सारे जानवरों को क्या एक ही दिन में मार दोगे |
जा जा , अपना रास्ता देख तुझे क्या , जो मेरा दिल करेगा , करूंगा हाथी को समझ आ गया कि लातों के भूत बातों से नहीं मानते उसने शेर को जोर से एक लात मारी और शेर के होश ठिकाने आ गए और वह डर कर भाग गया हाथी ने सबको जब यह खुशखबरी सुनाई तो सबकी खुशी का ठिकाना न रहा सभी ने हाथी को धन्यवाद दिया और कहा हमारा मित्र बनने के लिए सचमुच तुम्हारा साईज़ बिलकुल ठीक है मित्र वो जो मुसीबत में काम आए |
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